क्या यही प्यार है
तुम्हारे ताजंे सासों की ख़ुशबू
बस गई है मेरे दिल में ,
तुम्हारे प्यार भरे स्पर्श की
बिजली दौड़ रही है मेरे बदन में .
तुम्हारी मीठी मीठी गुफ़्तगू
गूँज रही है मेरे कानों में ,
तुम्हारी तिरछी कातिल निगाहें
चुभ गईं हैं मेरे सीने में ।
तुम्हारी हर एक दिल की दडकन ,
बस गई है मेरे दिलो जहान में,
मेरा दिल रैहिता है बेचैन सदा,
किसी काम में लगता नहीं है मेरा जीया ।
भूख लगती नहीं, नींद उड़ सी गई है,
ख़ुशी की लैहर सदा महसूस हो रही है,
बेवजह मुस्कुराती रैहिती हूँ मैं ,
मीठा मीठा एहसास मेरे दिल में भर गया है ।
खुदा तू ही बता ,ये क्या मुझे हो गया है,
लोग कैहिते हैं मुझे प्यार हो गया है,
क्या यही प्यार है , ये मैं कैसे जानू भला,
दिल मेरा ज़ोर ज़ोर से क्यों दढक रहा है ।
मर भी जाऊँ अगर मैं तुम्हारी याद में ,
खुदा इतना ज़रूर करना इस नाचीज़ के लिए,
दीदार उन के हो जाएँ नए जहान में ,
सुकून मिल जाएगा ,ज़िन्दगी भर के लिए ।
KYA YAHI PYAR HAI
Tumare taze saanso ki khushboo ,
Bus gaee hai mere dil mein,
Tumare pyar bhare sparsh kee
Bijlee daud rahi hai badan mein,
Tumare mithi mithi gufta goo,
Goonj rahee hai mere kano mein,
Tumare tirchee katil nigahen
Chub gaee hai mere serene mein.
Tumare har ek dil ki dhadkan ,
Bus gayee hai mere dilo jahan mein,
Mera dil kyon rehta hai bechain sada,
Kisi kaam mein lagta nahin hai mera jiya
Bhook lagte nahin , neend udh si gayee hai ,
Khushi ki lehar sada mahsoos ho rahee hai,
Bewajah muskaratee rehtee hoo mein,
Meetha meetha ahsaas mere dil mein bhar gaya hai
Khuda tu hi bata ,Ye kya ho gaya hai mujhe,
Log kehte hai , mujhe pyar ho gaya hai,
Kya yahee pyar hai, Ye mein kaise janoo bhala,
Dil mera zor zor se kyon dhadhak raha .
Mar bhi jaon agar mein tumare yaad me,
Khuda etna zaroor karna es nacheez ke liye,
Deedar un ke ho jaen naye jahaan me,
Sukoon mil jaega zindagi bhar ke liye .
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